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AI व INTERNET के जमाने मे भी बही खाता है उपयोगी.

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व्यपारीयों मे ये कहावत पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। धंधे का उसूल....पहले लिख फिर दे। अब AI व INTERNET विभिन अकाउंटिंग सॉफ्टवेर के जमाने मे भी परमपरागात व्यपारि आज भी बही खाते का उपयोग कर रहा है. राजस्थान के विभिन इलाकों मे आज भी बही खातों का उपयोग हो रहा है. जयपुर के प्रकोटे मे 3-4 व्यपारि आज पुरे साल इन का निर्माण कर रहे है और इनकी आपूर्ति कर रहे है तथा देश के विभिन राज्यों यहाँ तक की विदेशो मे भी बही खातों का निर्यात कर रहे है। साल मे दिवाली के अवसर पर इन बही खातों की पूजा करके व्यापार के लिए उपयोग शुरू किया जाता है इन मे पनो को मोड़ कर आठ व छ खानो की बही बना कर उपयोग लिया जाता है।

9 वा आयुर्वेदा दिवस

🚩युर्वेद 🚩अय 🚩02 ☑️ जैसा कि हम 29 अक्टूबर, 2024 को 9वां आयुर्वेद दिवस मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यह उत्सव धन्वंतरि जयंती के साथ संरेखित होता है और "वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार" थीम के तहत 150 से अधिक देशों को एक साथ लाता है। ☑️आयुर्वेद शब्द दो संस्कृत शब्दों से बना है: "आयु" (जीवन) और "वेद" (ज्ञान), जो एक साथ "जीवन के ज्ञान" को दर्शाते हैं। आयुर्वेद समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के लिए शरीर, मन और आत्मा में संतुलन हासिल करने पर जोर देता है। अपने निवारक और उपचारात्मक तरीकों के लिए जाना जाने वाला आयुर्वेद स्वास्थ्य को बनाए रखने और बीमारियों के इलाज के लिए प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करता है, जो स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक स्थायी दृष्टिकोण प्रदान करता है। आयुर्वेद की उत्पत्ति का श्रेय भगवान धन्वंतरि को दिया जाता है, जो एक दिव्य चिकित्सक थे, जिन्होंने यह ज्ञान भगवान ब्रह्मा से प्राप्त किया था।