किंग कोहली इस बैक
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में चमके विराट कोहली
पर्थ स्टेडियम के पहले टेस्ट मैच में विराट कोहली ने एक और ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। अपने 30वें टेस्ट शतक के साथ, कोहली ने भारत को एक बहुत ही मजबूत स्थिति में ला दिया। उन्होंने 81वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया , और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 9वां टेस्ट शतक स्कोर किया । ये पारी सिर्फ एक रन बनाने का प्रयास नहीं थी, बल्कि उनका पूरा मैच पर नियंत्रण दिखता है।
प्रदर्शन विवरण
कोहली की पारी शुरू हुई एक अच्छी तरह से सेट बेस के साथ, जो यशस्वी जयसवाल और वाशिंगटन सुंदर ने बनाया था। अपने सिग्नेचर एग्रेसिव और कंपोज्ड स्टाइल के साथ, कोहली ने 100 रन बनाए, जो इंडिया के डिक्लेरेशन के लिए बेस बना। भारत का कुल स्कोर 487/6 रहा, और बढ़त 533 तक पहुंच गई। कोहली ने साझेदारी को अच्छे से बनाया, खासकर मध्यक्रम में नीतीश रेड्डी के साथ।
कोहली की ये पारी उनकी निरंतरता और अनुकूलनशीलता को प्रतिबिंबित करती है। पर्थ की चुनौतीपूर्ण पिच पर, जहां सीम मूवमेंट और गति एक फैक्टर थी, तकनीकी रूप से अच्छी बल्लेबाजी की और खराब गेंदों को सजा दी गई।
नए रिकॉर्ड और मील के पत्थर
1. **ऑस्ट्रेलिया में सर्वाधिक टेस्ट शतक (एक भारतीय द्वारा):
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में 7वीं सेंचुरी का स्कोर बनाया, सचिन तेंदुलकर के 6 सेंचुरी का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
2. अंतर्राष्ट्रीय शतक:
ये उनकी 81वा शतक था सभी प्रारूपों में, उनके आलोचकों के लिए एक स्पष्ट जवाब।
3. साझेदारी रिकॉर्ड:
जयसवाल और कोहली की पार्टनरशिप ने पारी का मोमेंटम सेट किया। बीच के ओवरों में कोहली का धैर्य और एंकर की भूमिका अहम रही।
कोहली की फॉर्म का असर
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद, कोहली के आलोचक उनके टेस्ट स्पॉट को लेकर सवाल कर रहे थे। क्या इस पारी ने ना सिर्फ उनका आत्मविश्वास बहाल किया, बल्कि टीम पर भी एक सकारात्मक प्रभाव डाला। ये दस्तक दिखाता है कि उनकी भूख और फोकस अभी भी बरकरार है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए चैलेंज
अब ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी में 534 का टारगेट चेज़ करना होगा। और तीसरे दिन का खेल ख़त्म होने तकऑस्ट्रेलिया ने 12 रन पर तीन विकेट खो दिए थे.कोहली की पारी के बाद, दबाव पूरा उनकी बैटिंग लाइनअप पर है। भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ ये एक कठिन लड़ाई होने वाली है।
*निष्कर्ष
कोहली की पारी एक मास्टरक्लास थी, दबाव की स्थिति में उनकी मानसिक ताकत और बल्लेबाजी का नियंत्रण दिखता है। ये सिर्फ एक और सदी नहीं थी; ये उनका प्रभुत्व और विरासत को मजबूत करती है। भारत की स्थिति अब इतनी मजबूत है कि ये मैच उनकी जीत की तरफ साफ दिख रहा है।
विराट कोहली ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनका "किंग कोहली" टाइटल उनका सही है।
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